केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विपणन सीजन 2023-24 के दौरान सभी अनुमोदित खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। सरकार ने तुअर दाल, उड़द दाल, धान और मक्का सहित कई फसलों पर एमएसपी बढ़ा दी है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया गया है।
फसल उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार ने विपणन मौसम 2023-24 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, जैसा कि नीचे दी गई तालिका में दिखाया गया है:
MSP कितनी बढ़ाई गई
पीयूष गोयल ने बताया कि सामान्य श्रेणी के धान का एमएसपी 143 रुपये बढ़ाकर 2,183 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। पहले यह 2,040 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा था। वहीं, ए ग्रेड धान का एमएसपी 163 रुपये बढ़ाकर 2,203 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
दालों में कितनी बढ़ाई गई MSP
न्यूनतम समर्थन मूल्य में सर्वाधिक 10.4 प्रतिशत की वृद्धि मूंग दाल में की गई है। मूंग का एमएसपी अब 8,558 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। पिछले साल यह 7,755 रुपये प्रति क्विंटल था। अरहर दाल का एमएसपी 400 रुपये बढ़ाकर 7000 रुपये प्रति क्विंटल और उड़द दाल का एमएसपी भी 350 रुपये बढ़ाकर 6950 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
इसके अलावा सरकार ने किसानों को राहत देते हुए ज्वार, बाजरा, मूंगफली, सोयाबीन समेत कई अन्य फसलों पर एमएसपी बढ़ा दी है। धान प्रमुख खरीफ फसल है और इसकी बुवाई आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि अल नीनो प्रभाव के बावजूद इस साल जून-सितंबर के दौरान मानसून सामान्य रहेगा।
एमएसपी क्या है?
MSP- न्यूनतम समर्थन मूल्य वह न्यूनतम मूल्य होता है जिस पर सरकार किसानों से फसल खरीदती है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि किसान से खरीदी गई फसल पर सरकार जो पैसा देती है, वह MSP होती है. इसके नीचे किसानों को उनकी फसल का भुगतान नहीं किया जाता है।
MSP क्यों तय की जाती है?
एक फसल का एमएसपी इसलिए तय किया जाता है ताकि किसानों को किसी भी परिस्थिति में उनकी फसल का उचित न्यूनतम मूल्य मिल सके।