मानसून की सक्रियता से उत्तर भारत के लोगों को गर्मी से राहत मिली है। देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाको में मंगलवार को बादल छाए रहने और हल्की बूंदा बांदी के कारण राहत मिली है। वही अगर देश के दक्षिण हिस्से पर बात की जाये तो गोवा और महाराष्ट्र में मानसून अपना उग्र रूप दिखा चुका है। अगर तेलंगाना की बात की जाये तो सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। राज्य के अधिकांश जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश दर्ज की गई है।
अगले दो दिन यहां होगी भारी वर्षा
मौसम विभाग की माने, तो आने वाले दो दिनों में देश के असम, मेघालय, कोंकण एवं गोवा में भारी वर्षा हो सकती है। वहीं ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलावा तटीय इलाको एवं भीतरी कर्नाटक के हिस्सों में भी भारी वर्षा होने का अनुमान है। लेकिन राज्य तेलंगाना को लेकर बादलों की नाराज़गी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम का मिज़ाज धीमा नजर आ रहा है।
भारी बारिश का अनुमान सच साबित नहीं हो पाया
जून माह की बारिश का अनुपात दर्ज किया जाये तो 35 फीसद कमी के साथ बीता। मौसम विभाग के अनुसार इस महीने बारिश में 33 फीसद की कमी रह सकती है। मानसून के इस सत्र में सामान्य 175 एमएम के मुकाबले अभी तक 114.6 एमएम ही बारिश हुई है। राज्य के 33 जिलों में से 24 में कम वर्षा दर्ज की गई है।
यूपी में होती रहेगी अभी बारिश, कहीं भारी बारिश की संभावना
मानसून उत्तर प्रदेश पर मेहरबान है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश का सिलसिला फिलहाल ऐसे ही जारी रहेगा। हालांकि शुक्रवार से राजधानी में बारिश का दौर कुछ थम सकता है, लेकिन प्रदेश में बारिश होती रहेगी।
पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की भी संभावना है, मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 30.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। 7.8 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई। बुधवार को बदली रहेगी और दो-तीन बार तेज बारिश भी हो सकती है।
भारी बारिश का विशेष अलर्ट जारी
भारी बारिश के चलते उत्तराखंड मौसम विभाग ने इस अंतराल में नौ जिलों में भारी बारिश का विशेष अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को राज्यभर में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। पर्वतीय मार्गो पर पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के चलते मार्ग बंद और खुलने का क्रम जारी रहा। दो दर्जन से ज्यादा संपर्क मार्गो पर इसी वजह से आवाजाही बाधित रही। तीर्थयात्रियों की संख्या कम होती नज़र आरही है, अभी तक चारधाम और हेमकुंड यात्रा पर इसका कोई खास फर्क नहीं पड़ा है।
13 जुलाई तक होगी झमाझम बारिश
पिछले तीन दिनों से सक्रिय दक्षिण-पश्चिम मानसून बिहार में 13 जुलाई तक झमाझम बारिश कराएगा। फिलहाल 14 जुलाई तक धूप निकलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार पड़ोसी राज्य झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है, लेकिन बिहार से असम तक कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 14 जुलाई तक वर्षा होने की संभावना है।