जनता कर्फ्यू के कारण रविवार को हर जगह सन्नाटा था, लेकिन मौसम अपने मिजाज से चिपका हुआ दिख रहा था। दोपहर करीब 3 बजे मौसम में अचानक बदलाव के कारण मितौली, निघासन और धौरहरा इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इसके अलावा तेज हवाएं भी चलीं, जिससे किसानों को गेहूं की फसल की चिंता सताने लगी है। हालांकि, शनिवार को कुछ इलाकों में बारिश के बाद, मौसम विभाग ने रविवार को बारिश की संभावना से इनकार किया। इसके बावजूद मौसम विशेषज्ञ भी अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से हैरान हैं। मौसम विभाग के निदेशक, जोनल सेंटर, लखनऊ, जेपी गुप्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में मौसम साफ रहेगा, बारिश की कोई संभावना नहीं है।
निघासन - रविवार दोपहर करीब 3 बजे तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे। बारिश के कारण गन्ने की बुवाई पिछड़ गई है। साथ ही तेज हवा के कारण गेहूं की फसल गिर गई। बेमौसम बारिश ने भी सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जैसे कि भिंडी, तोरई, करेला, कद्दू, लौकी, बैंगन आदि। तेज हवा से गेहूं और गन्ने की खड़ी फसल पलट गई है, जिससे किसानों को नुकसान होना तय है।
मितौली - दोपहर तीन बजे मौसम में अचानक बदलाव हुआ। जमकर बारिश हुई और ओले भी गिरे। करीब आधे घंटे तक बारिश और ओलावृष्टि जारी रही। इससे किसानों की चिंता फिर बढ़ गई है। खासकर किसानों को गेहूं की फसल की चिंता है।