नई दिल्ली. भीषण गर्मी की मार झेल रहे देशवासियों के लिए एक राहत भरी खबर है। दक्षिण-पश्चिम मानसून शुक्रवार को केरल तट पर पहुंच गया है। पूरे केरल में दोपहर से झमाझम बारिश का दौर जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के हिसाब से मानसून इस साल 6 दिन देरी से केरल तट पर पहुंचा है। पहले मानसून आने की तारीख 30 मई बताई गई थी। राज्य में मानसून के आने की सामान्य तारीख 1 जून है। केरल में मानसून आने के बाद पूरे देश में इसकी शुरूआत मानी जाती है।
डीजल पर मिल सकती है सब्सिडी
कमजोर मानसून की आशंका के बीच कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने राहत भरा बयान दिया है। कृषि मंत्री ने कहा कि अगर कम बारिश हुई तो सरकार बिजली, डीजल और बीज पर सब्सिडी देगी। वहीं, सरकार के सूत्रों की मानें तो सामान्य से कम बारिश हुई तो डीजल पर सब्सिडी से किसानों को राहत मिलेगी।
15 जुलाई तक पूरे देश में बारिश
मौसम विभाग के प्रमुख डी एस पई ने बताया कि 15 जुलाई तक पूरे देश में झमाझम बारिश होगी। बता दें कि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और राजस्थान में पहले ही जोरदार बारिश हो रही है। आने वाले दो दिन उत्तरी भारत में अच्छी बारिश की उम्मीद है।
अरब सागर में अटका था मानसून
बता दें कि अंडमान निकोबार में मानसून ने समय से पहले दस्तक दी थी। इसके बाद यह श्रीलंका के तट पर पहुंचा, लेकिन बंगाल की खाड़ी में चक्रवात और 'अल नीनो' प्रभाव के चलते मानसून की रफ्तार धीमी हो गई। इस वजह से मानसून आने में पूर्व निर्धारित तिथि से 6 दिन की देरी हुई। पिछले साल औसत से 12 फीसदी कम बारिश हुई थी। मौसम विभाग ने इस बार भी सामान्य से कम बारिश की आशंका जताई है।
जानें, कैसे घोषित होता है सूखा
मौसम विभाग के मुताबिक 96 से 104 फीसदी बारिश को सामान्य, 90 से 96 फीसदी को सामान्य से कम और 90 फीसदी से कम बारिश को सूखा मानता है। चार महीने के मानसून सीजन (जून-सितंबर) में पूरे साल के दौरान होने वाली बारिश में इसकी तीन चौथाई हिस्सेदारी होती है।