गर्मी का मौसम आते ही दालों की कीमत आसमान छू रही है जिसके बाद केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। इसके लिए इस संबंध में केंद्रीय खाद्य, उपभोक्ता और सार्वजनिक वितरण विभाग मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने सचिव कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, संयुक्त सचिव के साथ लगातार दो घंटे तक बैठक की है।
दालों की बढ़ती कीमत चिंता का विषय बनी हुई है, इसकी वजह से इस बैठक में दालों के बफर स्टॉक से 2 लाख टन दाल को खुले बाजार में जल्दी रिलीज करने का फैसला लिया गया है। पासवान ने इसके लिए प्रक्रिया को तेजी में लाने पर भी जोर दिया है। दरअसल पासवान ने खाद्य, उपभोक्ता, मामले, कृषि एवं वाणिज्य मंत्रालयों के सचिवों के साथ बैठक की है जिसमें केंद्र की सरकार ने दालों से संबंधित अहम फैसले लिए है।
सरकार ने क्या कहा
इस बार सरकार के द्वारा बुलाई गई बैठक में अरहर दाल के आयात पर 2 लाख टन की मौजूदा सीमा को बढ़ाकर 4 लाख टन करने का फैसला भी लिया गया है। इससे पहले अरहर की दाल को बढ़ता देखते हुए अरहर दाल का 2 लाख टन इंपोर्ट करने का फैसला इससे पहले 4 जून को किया था। दो लाख टन अरहर दाल के इंपोर्ट के लिए हासिल आवेदनों पर 10 दिनों के अंदर लाइसेंस जारी कर दिए जाएंगे। इसके अलावा भारत और मोजाम्बिक के बीच जी2जी करार के तहत इस साल1.75 लाख टन दाल का आयात होगा।
इतना स्टॉक है
जानकरी के अनुसार अभी तक केंद्र सरकार के अभी की स्तिथि के चलते 11.53 लाख टन दालों का बफर स्टॉक उपलब्ध है। इसके अलावा 27.32 लाख टन दालों का भंडार नेफेड के पास में पहले से ही मौजूद है। यह पीएसएस योजना के तहत है, अगर कुल बात करें तो सरकार के पास 39 लाख टन दालें सरकार के स्टॉक मौजूद है। दालों के अभाव और बाजार में कीमत के इतने उछाल को लेकर सरकार ने एक और निर्णय लिया है, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान जल्द सभी राज्यों के उपभोक्ता मामलों के मंत्री को पत्र लिखकर और जमाखोरों, सट्टेबाजों के खिलाफ छापेमारी और कड़ी कार्यवाही करने को कहेंगे, ताकि ऐसे लोगो की वजह से जो महंगाई की मार जनता को झेलनी पड़ रही है, उसका समाधान हो सके।
दालों में आया उछाल
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अरहर की दाल की कीमत में पिछले काफी दिनों से उछाल देखने को मिला है। अरहर दाल की कीमत 110 से 120 रूपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। केंद्र सरकार पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है। सरकार की इस प्रतक्रिया से देखते है कितना परिवर्तन आता है, उम्मीद है पासवान की इस बैठक में जिन विषयो पर गंभीर चर्चा की गई, जल्द ही उसके नतीजे देखने को मिलेंगे।