शिमला मिर्च, भारत की एक प्रमुख सब्जी फसल है। यह मसाले, अचार एवं सब्जी आदि के लिए उगाई जाती है। यह सोलेनेशी फैमिली के अंतर्गत आती है। इसे अलग - अलग नामों जैसे - शिमला मिर्च , हरी मिर्च , काली मिर्च , बैल मिर्च आदि कहा जाता है। आकार एवं महक इसमें साधारण मिर्च से भिन्न होती है। इसका उपयोग सलाद , सब्जी एवं अनेक व्यंजनों में किया जाता है। इसके स्वाद एवं तीखेपन के कारण इसे भरवां सब्जियों के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह घंटीनुमा आकार की होती है। हरी मिर्च की लगभग सभी किस्मों में थोड़ी सी महक होती है। कुछ ऐसी किस्में भी हैं जिनमें महक नहीं होती है। भारत में शिमला मिर्च की खेती की शुरुआत 17वीं शताब्दी में पुर्तगालियों के माध्यम से मानी जाती है। देश में तमिलनाडु , कर्नाटक , हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में व्यावसायिक रूप से यह उगाई जाती है। मैदानों में आपूर्ति करने के लिए हिमाचल प्रदेश की हल्की (छोटी) पहाड़ियों पर उगाई जाने वाली शिमला मिर्च , पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग जिले और कलिम्पोंग में भी उगाई जा सकती है।
शिमला मिर्च के औषधीय गुण
1. शिमला मिर्च में कप्साइसिन यौगिक पाया जाता है।
2. यह त्वचा से रीढ़ की हड्डी में दर्द के संचरण को रोकने में प्रभावी पाया गया है।
3. इसके फल में विटामिन - सी , विटामिन - ए और बीटा कैरोटीन होता है।
4. इसके अंदर बिल्कुल भी कैलोरी नहीं होती इसलिये यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाती।
5. यह वजन को स्थिर बनाये रखने के योग्य भी है तथा ये तत्व शरीर में मुक्त कणों से लड़ते हैं।
6. कार्डियम रोग , मोतियाबिन्द , अस्थमा और आर्थराईटस के इलाज में मदद करते हैं।
7. इसमें पाया जाने वाला कैप्साइसिन यौगिक कैंसर से भी बचाव करता है।
8. यह यौगिक कारसिनोजन को डीएनए के साथ मिश्रित होने से रोकता है।
विभिन्न शोध और अध्ययनों से साबित हुआ है कि शिमला मिर्च में कैंसर की रोकथाम की गुणवत्ता है।