नई दिल्ली. पिछले साल बाढ़ की भीषण तबाही झेल चुकी कश्मीर घाटी में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बना हुआ है। यहां बुधवार से लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते झेलम नदी का जलस्तर आज तड़के खतरे के निशान को पार कर गया है। घाटी में भारी बारिश के चलते रेल अधिकारियों ने राज्य के कुछ हिस्सों में ट्रेन नहीं चलाने का निर्णय लिया है। रेलवे की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू के बनिहाल और कश्मीर की काजीगुंड बेल्ट में रेल सेवा रोकी गई है। मौसम विभाग ने क्षेत्र में अगले 48 घंटों में और बारिश होने का अनुमान लगाया है, वहीं कल देर रात अनंतनाग और पुलवामा जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई। प्रशासन स्थिति की समीक्षा कर रहा है।
लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह
सूत्रों ने बताया कि दक्षिणी कश्मीर के संगम में गुरुवार सुबह 3 बजे जलस्तर 25.30 फीट पर था, जो खतरे के निशान से 2.30 फीट ऊपर है। कल से जारी भारी बारिश के कारण झेलम और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। डिविजनल कमिश्नर असगर समून ने बताया कि दक्षिणी कश्मीर में कुछ निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। दोनों जिलों में बाढ़ की आशंका वाले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
बाढ़ से निपटने को सेना और एनडीआरएफ तैयार
सबसे ज्यादा बारिश काजीगुंड में 56.2 मिमी रिकॉर्ड की गई। पिछली साल बाढ़ के चलते झेलम के 300 तटबंध टूट गए थे, जो कि अब भी कमजोर हैं। इसके चलते झेलम के तटीय इलाकों को खाली कराया गया है। श्रीनगर, जम्मू और अनंतनाग जिले में लगातार बारिश हो रही है। केंद्र सरकार ने सेना, एनडीआरएफ़ की टीमें राहत और बचाव के लिए तैनात की हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है। लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए एयरफ़ोर्स के हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।