सोयाबीन जे.एस. 20 - 29
कई वर्षों से किसान इस बात से परेशान हैं कि सोयाबीन की जे. एस. 335, जे. एस. 93 - 05 के बाद विगत कई वर्षों में अधिक उत्पादन के देने वाली, मध्यम अवधि की पानी के लिए सहनशील, मोटा ( बोल्ड ), उच्च गुणवत्ता दाना, मजबूत जड़ तंत्र, उत्तम अंकुरण, क्षमता, फली चटकने (शेटरिंग) की समस्या न हो, कम बीज दर वाली, कीट व व्याधि हेतु बहुरोधी, सहनशील किस्म उन्हें कब मिलेगी ? किसानों का यह इंतजार अब खत्म हो चुका है, क्योंकि वर्षों के गहन अनुसंधान एवं कड़े रिसर्च के बाद जवाहरलाल कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर मध्यप्रदेश द्वारा किसानों की उक्त अपेक्षाओं का ध्यान में रखते हुए सोयाबीन की नवीनतम किस्म जे . एस . 20 - 29 हाल ही में जारी की है। जिसका नोटिफिकेशन क्रमांक एस . ओ . 1146 ( ई ) दि . 24 . 04 . 2014 है। जो कि देश के मध्यक्षेत्र, राजस्थान, महाराष्ट्र के लिए अनुशंसित की गई है। यह किस्म जे . एस . 335 से लगभग एक सप्ताह पूर्व या जे. एस. 93 - 05 के लगभग सामान्य परिस्थितियों में पककर तैयार हो जाएगी। उत्तम अंकुरण क्षमता एवं पौधे में फैलाव की अनुकूल स्थितियाँ होने के कारण यह सोयाबीन किस्म डिबलिंग (चुपाई हेतु) 4x24 इंच पर 10 / 12 कि. ग्रा. प्रति एकड़ बीज रखने आदर्श पर परिणाम।
प्रमुख गुण ( केरेक्टर ):
दाने का आकार अंडाकार , मोटा ही ( बोल्ड ) , 100 दानों का वजन 12 - 14 ग्राम , दाने का प्रकार पीला , कम चमकदार ( ङल ), नाभिका ( हायलम ) काला। अंकुरण क्षमता उत्तम 85 - 90 प्रतिशत तक। पौधे का प्रकार - मध्यम ऊँची किस्म , ऊँचाई 53 - 60 से . मी ., अर्ध परिमित (सेमी डिटरमिनेट) सीधा मध्यम फैलाव वाला पौधा ( सेमी इरेक्ट ), पत्ती का रंग - हरा ,पत्ती का आकार पाइंटेड ओवेट, रोए - फलियाँ रोएंदार ( चिकनी नहीं ) ,रोएँ का रंग भूरा। आधे फूल आने की अवधि - 41 - 42 दिवस, फूल का रंग - सफेद, फली का रंग भूरा, दो से तीन दानों की फलियाँ, फलियाँ चटकने ( शेटरिंग ) की समस्या नहीं, आदर्श पौध संख्या 4 लाख पौधे प्रति हेक्टेयर, फसल की अवधि 93 - 96 दिवस, तेल की मात्रा 20 - 22 प्रतिशत, प्रोटीन की मात्रा: 40 - 42 प्रतिशत।