अधिकतर देखा जाता है की अगर किसान फसल में कोई भी कीट देखता है, सुरक्षा के नजरिये से वो तुरंत उसे ख़त्म करने के लिए तरह-तरह के कीटनाशकों का छिड़काव करना आरम्भ कर देता है, यह एक आम बात है। क्युकी इसके पीछे कारण है की उसकी फसल को कीटों से बचाव हो सके। लेकिन कई बार किसान के मित्र किट यानि की वो किट जो फसल को नुकसान पंहुचाने वाले कीटों का प्रकोप खत्म करते है, हानिकारक कीटनाशक दवाइयों से उनको भी क्षति होती है। तो आइये जानते है कौन से कीट किसान के मित्र होते है।
कौन से कीट किसानों के मित्र है -
ट्राइकोग्रामा
ट्राईकोग्रामा नाम के किट बहुत छोटे आकार के होते है इसे किसानों का मित्र कीट माना जाता है, यह किट खेतो में जल्दी नहीं दिखता है लेकिन इसे प्रयोगशालाओं में काफी आसानी से देखा जा सकता है।
नेबिस
नेबिस परभक्षी कीट की श्रेणी में आता है, ये कीट फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को पकड़कर खाता है। जिससे हानिकारक कीटों की संख्या में कमी आ जाती है।
जिओकारिस
जिओकारिस एक ऐसा परभक्षी कीट है इस प्रजाति के कीट भी इतनी आसानी से कही भी देखने को मिल जाता है और यह कीट रसचूसक कीटों को खाता है।
मकड़ियां
मकड़ी का नाम आपने सुना ही होगा इसकी कई प्रजातियां खेतो में पायी जाती हैं, यह किट अलग – अलग तरह के हानिकारक कीटों को परभक्षी के रूप में पकड़ कर नष्ट करती हैं।
चीटियां
खेतों में चीटियों की कई प्रजातियां ऐसी है जो शत्रु कीटों को पकड़कर भी नष्ट कर देती हैं।