आपको ये जानकर बहुत आश्चर्य होगा की जीरो टिलेज मशीन से बुवाई करना पर्यावरण के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसके अलावा बुवाई करने पर खेत की तैयारी करने की लागत में शत प्रतिशत की बचत भी होती है इसका सीधा मतलब ये है की बिना जुताई किये सीधे बुवाई का काम समाप्त हो जाता है जिसकी वजह से 18 से 45 लीटर डीजल तक की बचत होती है जो की मूल्य के हिसाब से 1000 से 2500 रू. है।
सिंचाई जल एवं समय बचत
अगर पानी और समय की बचत की बात की जाये तो आपको बता दे की जीरो टिलेज द्वारा बोई गई फसल से 30-40% तक पानी की बचत होती है। वही अगर फसल परम्परागत विधि से बोई गई है तो फसल में पहली सिंचाई के बाद पौधो में पीलापन आना एक गंभीर समस्या है चूकि अच्छी तरह तैयार किये गये खेत की भुरभुरी मिट्टी की जल धारण क्षमता अधिक होती है इसलिए सिंचाई जल के अतिरिक्त मात्रा 3 उपयोग स्वतः ही हो जाता है जिसमें मृदा में हवा का आवागमन बाधित हो जाता है परिणाम स्वरूप फसल पीली भी पड़ जाती है।