Kisaan Helpline
गाय की दही से बने मट्ठा या छाछ का उपयोग जैविक कृषि के लिए सस्ता तथा अनेक प्रकार से गुणकारी है और इसका उपयोग फसलों मे कीट व्याधि के उपचार के लिये लाभप्रद हैं।
मिर्ची, टमाटर भट्टा आदि जिन फसलों के विभिन्न पत्ते मुड़ने और गलन रोग आता है, उसके रोकथाम हेतु एक मटके में छाछ डाकर उसका मुह में पोलीथिन से बांध कर बंद कर 30-45 दिन तक उसे मिट्टी में गाड़ दिया जाता है । इस उत्पाद 100-150 मि.ली. छाछ को 15 लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करने से कीट और फंगस व्याधि का नियंत्रण होता है।
Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.
© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline