तिलहन क्षेत्र में 10% की वृद्धि के कारण पिछले वर्ष की तुलना में फसल रोपण 5.7% बढ़ कर 111.36 मिलियन टन हो गया है। पिछले साल इस समय चावल का रकबा 37.87 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर 40.69 मिलियन हेक्टेयर हो गया है।
फोकस तिलहन क्षेत्र के विस्तार पर है ताकि हम धीरे-धीरे खाद्य तेल उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएं क्योंकि हम खाद्यान्न में हैं। मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, एक वरिष्ठ कृषि मंत्रालय के अधिकारी ने कहा दलहनों का रकबा 4.74% बढ़ा है जबकि कपास का रकबा 2% बढ़ा है।
हम सभी फसलों की अच्छी फसल की उम्मीद करते हैं। यहां तक कि मक्का, रागी और बाजरे जैसे मोटे अनाजों के क्षेत्रों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इससे शासन को बढ़ावा मिलेगा।