नई दिल्ली: सरकार ने सात राज्यों में 200 नई मंडियों को अपने राष्ट्रीय डिजिटल कृषि व्यापार मंच - ईएनएएम से जोड़ा है, ईएनएएम सक्षम मंडियों की कुल संख्या को 785 तक ले जा रहा है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को सेवाओं का शुभारंभ करते हुए कहा, महीने के अंत तक 1,000 मंडियों को मंच से जोड़ा जाएगा।
किसानों को लॉकडाउन के दौरान eNAM से काफी लाभ हुआ है जब भौतिक मंडियों पूरी तरह से चालू नहीं थे। हमने किसानों को एक ऐसा बाजार प्रदान किया जहां उन्होंने मंडियों का दौरा किए बिना प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अपनी उपज का कारोबार किया। उन्होंने कहा, eNAM "एक राष्ट्र एक बाजार" के सरकार के उद्देश्य को पूरा करेगा।
तोमर ने कर्नाटक राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा प्रचारित एक ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कर्नाटक की राष्ट्रीय ई-मार्केट सर्विसेज (आरईएमएस) के एकीकृत बाजार मंच (यूएमपी) के साथ ई-एनएएम के एकीकरण की भी घोषणा की
"भारत में यह पहली बार है कि इस पैमाने की कृषि वस्तुओं के लिए दो अलग-अलग ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को इंटरऑपरेबल बनाया जाएगा। इससे कर्नाटक के किसानों को ई-एनएएम के साथ पंजीकृत बड़ी संख्या में व्यापारियों को अपनी उपज बेचने में मदद मिलेगी और यहां तक कि अन्य राज्यों की ई-एनएएम मंडियों के किसान भी कर्नाटक के रेम्स प्लेटफॉर्म के साथ नामांकित कर्नाटक के व्यापारियों को अपनी उपज बेच सकेंगे। इससे ई-एनएएम प्लेटफॉर्म एंड कॉन्फ्रेंस पर सवार राज्यों के बीच अंतरराज्यीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।