किसान भाई बारिश के खत्म होते ही रबी की मुख्य फसल की गेंहू की खेती में जुट गए है, बारिश के कारण हुए नुकसान के चलते कई किसानो ने ये सोच लिया था की इस बार कौन सी किस्म की बुवाई कर वह अच्छा और श्रेष्ठ उत्पादन प्राप्त कर सकते है। लेकिन कई किसानो में इस बार को लेकर संशय बना हुआ है तो आइये आपको कुछ रोचक जानकारी से रूबरू करवाते है।
आज हम आपको गेंहू की दो ऐसी किस्मों के बारे में जानकारी देंगे, जो मौसम की मार को झेल सकती है और इसके अलावा ये देसी किस्मे ज्यादा उत्पादन देने वाली और कई गुणों से भरपूर भी है।
क्या है गेंहू की देसी किस्म 'कुदरत 8' और 'कुदरत विश्वनाथ' में खास और विशेष गुण-
1. मिट्टी परिक्षण के आधार पर इसकी बुवाई नवंबर माह के पहले सप्ताह से आखरी सप्ताह के बिच कर सकते है।
२. गेंहू की इस किस्म का दाना मोटा और चमकदार होता है, फसल 110 दिन के अंदर पक कर तैयार हो जाती है।
3. इन किस्मों में मौसम के घटते और बढ़ते तापमान को सहने की क्षमता है।
4. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों के हजारो किसानों ने इस किस्म से अच्छी उपज प्राप्त की है।
5. इस किस्म की खासियत ये भी है की ये किस्म भारी बारिश और ओलावृष्टि को आसानी से झेल सकती है।