मध्य प्रदेश में गुरुवार से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरु होने जा रही है। कोरोना संक्रमण की स्थितियों को देखते हुए किसी भी केंद्र पर 20 से ज्यादा किसानों की एक समय में मौजूदगी पर रोक लगाई गई है। वहीं, भुगतान में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसलिए खरीद सप्ताह में पांच दिन होगी। दो दिन हिसाब-किताब होगा और परिवहन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। गर्मी को देखते हुए उपार्जन केंद्रों में किसानों के बैठने के लिए छांव और पानी का इंतजाम रखने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा है कि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न आए, यह जरूर सुनिश्चित कर लें। प्रदेश में समर्थन मूल्य (1,975 रुपये प्रति क्विंटल) पर गेहूं बेचने के लिए 24 लाख से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया है। इंदौर और उज्जैन संभाग में खरीद प्रारंभ हो गई है। नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक अभिजीत अग्रवाल ने बताया कि किसानों से उपज बेचने के लिए तीन तारीखें ली गई हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों से कहा कि जल्दबाजी न करें। एक-एक किसान से गेहूं खरीदा जाएगा।
यहां करें शिकायत
किसानों को फसल बेचने से लेकर भुगतान तक में कोई समस्या न हो, इसका इंतजाम सरकार ने किया। इसके बाद भी यदि कोई समस्या आती है तो उस संबंध में किसान टोल फ्री सीएम हेल्प लाइन नंबर 181 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। वहीं, उपार्जन के काम से जुड़ी समस्या के समाधान के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका नंबर 0755-2551471 है।