गेहूँ की खेती में सिंचाई
1. पहली सिंचाई बुवाई के 3 से 4 सप्ताह बाद दी जानी चाहिए।
2. बुवाई के 40 से 45 दिन बाद दूसरी सिंचाई करनी चाहिए।
3. बुवाई के 60 से 65 दिन बाद 3 सिंचाई।
4. बुवाई के 80 से 85 दिन बाद 4 सिंचाई करें।
5. बुवाई के 100 से 105 दिन बाद 5 वीं सिंचाई करें।
6. बुआई के 105 से 120 दिन बाद 6 वीं सिंचाई करें।
उपज एवं भंडारण:- उन्नत तकनीक से खेती करने पर सिंचित अवस्था में गेहूँ की बौनी किस्मो से लगभग 50-60 क्विंटल दाना के अलावा 80-90 क्विंटल भूसा/हेक्टेयर प्राप्त होता है। जबकि देशी लम्बी किस्मों से इसकी लगभग आधी उपज प्राप्त होती है। देशी किस्मो से असिंचित अवस्था में 15-20 क्विंटल प्रति/हेक्टेयर उपज प्राप्त होती है। सुरक्षित भंडारण हेतु दानों में 10-12% से अधिक नमी नहीं होना चाहिए। भंडारण के पूर्ण कठियों तथा कमरो को साफ कर लें और दीवालों व फर्श पर मैलाथियान 50% के घोल को 3 लीटर प्रति 100 वर्गमीटर की दर से छिड़कें। अनाज को बुखारी, कोठिलों या कमरे में रखने के बाद एल्युमिनियम फास्फाइड 3 ग्राम की दो गोली प्रति टन की दर से रखकर बंद कर देना चाहिए।