सोमवार को शेयर बाजार के प्रमुख एनएसई ने कहा कि वह 1 दिसंबर को कच्चे तेल में सोयाबीन तेल के लिए अपना पहला कृषि जिंस वायदा अनुबंध शुरू करेगा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने एक बयान में कहा, अनुबंध भारत और विदेशों में सोयाबीन तेलों के प्रसंस्करण और संबद्ध उद्योगों की सुविधा प्रदान करेगा। एनएसई के एमडी और सीईओ विक्रम लिमये ने कहा कि एक्सचेंज सुविधाजनक और लागत प्रभावी ऑनशोर हेजिंग उत्पाद प्रदान करके भारतीय कमोडिटी बाजारों को गहरा करने के लिए समर्पित है।
भारत दुनिया में खाद्य तेलों के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है, इसके लिए कच्चे सोयाबीन तेल के लिए एक कुशल हेजिंग तंत्र की आवश्यकता होती है। यह उत्पाद बाजार सहभागियों और बड़े पैमाने पर कमोडिटी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक सही मूल्य जोखिम प्रबंधन उपकरण के रूप में काम करेगा।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के कार्यकारी निदेशक बी वी मेहता ने कहा कि एक्सचेंज ट्रेडेड डेरिवेटिव अनुबंध एक बहुत ही उपयोगी उपकरण है जो उद्योग के लिए मूल्य जोखिम प्रबंधन को सुविधाजनक और आसान बनाता है।
उन्होंने आगे कहा, ऐसे वायदा अनुबंधों को आगे बढ़ाते हुए शुरू किया जाना चाहिए ताकि हम भारत में एक जीवंत वस्तु बाजार पारिस्थितिकी तंत्र बना सकें।