चीन जैसा लहसुन उगाएंगे किसान

 चीन जैसा लहसुन उगाएंगे किसान
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Kisaan Helpline

Agriculture May 26, 2015

राजकिशोर गुप्ता, ऊसराहार :

अब जनपद में चीन जैसा लहसुन किसान उगायेंगे। इस लहसुन की खास बात यह होगी कि चीन में पैदा होने वाले लहसुन जैसा बड़ा, चमकदार होगा। इस लहसुन में प्याज की पौध को मिक्स कर तैयार किया गया है और एक नई उन्नत किस्म का ईजाद किया है।

ताखा तहसील के एक किसान ने तीन साल की मेहनत के बाद लहसुन का बीज तैयार किया है। इसका भाव अपने लहसुन से दोगुना होगा। वहीं पैदावार भी डेढ़ गुनी होगी। इतना ही नहीं लहसुन के इस पौधे में एक फूल भी लगेगा जिसमें प्याज की खुशबू आएगी और यह फूल जोड़ों के दर्द के रोगियों के लिए रामबाण साबित होगा।

कुछ नया करने के जज्बे ने ताखा तहसील के ग्राम कठौतिया निवासी संतोष कुमार शाक्य के मन में विचार पैदा किया। वे तीन साल पहले जब पंजाब गए तो वहां खेतों में खड़े लहसुन को देखा तो वहां का लहसुन उत्तर प्रदेश के लहसुन के मुकाबले अच्छा दिखायी दिया। उन्होंने उस किसान से बात कर लहसुन की पौध ले ली और उसे घर ले आये। इससे निकलने वाली लहसुन की कली को उन्होंने अपने खेतों में गाड़ दिया। संतोष बताते हैं कि जब उनके खेतों में लहसुन के पौधे जमे तो उन्होंने लहसुन के पौधे के ऊपरी हिस्से की कलम बनाकर उसमें प्याज के पौधे की कलम लगा दी कुछ समय बाद लहसुन तैयार हो गया। आम तौर पर लहसुन के पौधे की लंबाई आधा मीटर तक होती है। लेकिन इस पौधे की लंबाई एक मीटर तक हुई। दो वर्षो में इतना लहसुन तैयार हुआ कि एक बार में दो बीघा जमीन में लहसुन की गुड़ाई कर दी। जिससे 20 क्िवटल लहसुन तैयार हुआ जो साइज में काफी बड़ा है और उसकी कली भी मोटी है। एक लहसुन के गंठे का वजन 150 से 200 ग्राम तक है।

कम लागत में तैयार होगा

दो बीघा खेत में उगाये गये लहसुन में मात्र 50 किलो यूरिया व डीएपी खाद डाली गयी है। इसकी लागत उत्तर प्रदेश में उगाये जा रहे लहसुन से काफी कम है और भाव प्रदेश के लहसुन से पांच गुना ज्यादा। इस समय इस लहसुन का भाव बाजार में 10 हजार रुपये प्रति क्िवटल है जबकि उत्तर प्रदेश के लहसुन का रेट 2 जार रुपये प्रति क्िवटल चल रहा है। संतोष का लक्ष्य इस वर्ष 50 क्विंटल बीज तैयार करने का है।

प्याज का फूल काम की दवा

लहसुन के पौधे में लगने वाला प्याज का फूल काम की दवा है। पौधे में प्याज की खुशबू का नाम सुनकर आश्चर्य होता है पर संतोष ने यह कारनामा कर दिखाया। इस पौधे में नीचे के हिस्से में लगने वाले लहसुन के गंठे में मात्र लहसुन की खुशबू आती है परंतु ऊपरी हिस्से में लगने वाले फूल से प्याज की खुशबू आती है। फूल को पीस कर जोड़ के दर्द में लगाने से काफी आराम मिलता है। एक गंठे में छोटी सी कली भी निकलती है जो जम्मू काश्मीर में दवा के रूप में 300 रुपये किलो तक बिकती है।

लहसुन की बड़ी मंडी है ऊसराहार

ऊसराहार की लहसुन की मंडी प्रदेश में बड़ी मंडियों में गिनी जाती है। यहां से लहसुन कलकत्ता, हैदराबाद, मुंबई, नई दिल्ली जैसे महानगरों में थोक में सप्लाई किया जाता है। इस क्षेत्र में इसीलिए किसान सर्वाधिक लहसुन पैदा करता है।

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