जे . जी . 16 (देसी चना)
यह उकठा रोग प्रतिरोधी , स्तम्भ मूल संधि विगलन , बौना रोग व धूसर फफूंद रोग के प्रति सहिष्णु है। यह सिंचित व बारानी दोनों ही दशाओं के लिए संस्तुत है। इसका पौधा फैलावदार , अत्यधिक शाखायुक्त , बीज हल्के भूरे रंग का व पकने की अवधि 120 दिन तथा औसत उपज 19 -20 क्विंटल / हैक्टर है।
जे . जी . 14 (देसी चना)
सामान्य व देर से बुआई के लिए उपयुक्त यह उच्च ताप , सूखा सहिष्णु , उकठा रोग व शुष्क जड़गलन रोग प्रतिरोधी एवं चना फलीभेदक कीट के प्रति सहिष्णु है। इसका बीज मध्यम बड़ा (21 ग्राम / 100 बीज), पकने की अवधि 110 दिन तथा औसत उपज 19 क्विंटल / हैक्टर है।
जाकी 9218 (देसी चना)
सिंचित व बारानी दशा के लिए उपयुक्त व 120 दिनों की अवधि की यह प्रजाति उकठा रोग प्रतिरोधी है। इसकी उत्पादन क्षमता 18 - 20 क्विंटल / हैक्टर है।
उज्ज्वल (आई . पी . सी . के 2004 - 29) (काबुली चना)
इसके दाने सफेद एवं बड़े आकार के होते हैं, जिनका वजन 33 ग्राम / 100 बीज भार होता है। यह धूसर फफूंद रोग व फलीभेदक कीट , फलियों का चटकना , लॉजिंग , सूखा व उच्च तापमान के प्रति सहिष्णु है। पकने की अवधि 105 - 110 दिन तथा उपज 20 क्विंटल / हैक्टर है।
शुभ्रा (आई. पी. सी. के. 2002 - 29) (काबुली चना)
सिंचित दशा के लिए उपयुक्त इस प्रजाति का पौधा सीधा, दाना बड़ा (33 ग्राम / 100 बीज भार) व सफेद रंग का होता है। यह उकठा रोग व फलीभेदक कीट, फलियों का चटकना, लॉजिंग, सूखा व उच्च तापमान के प्रति सहिष्णु है। पकने की अवधि 107 दिन तथा उपज 20 - 22 क्विंटल हैक्टर है।