बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों को मुसीबत का सामना झेलना पड़ रहा है। देश में वर्तमान समय में मौसम ने कई रंग बदले है। मौसम के इस बदलाव से किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। कई जगह खेत में खड़ी फसले आड़ी पड़ गयी तो कई जगह खेत में कटी फसलें बारिश और ओलावृष्टि से ख़राब हो गयी। इस दौर के बिच एक वाकया सामने आया मध्यप्रदेश के सीहोर जिले से, मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीहोर कृषि उपज मंडी में किसानों को लहसुन के अच्छे दाम मिलते हैं। इसलिए जिले के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी किसान यहां अपनी उपज बेचने आते हैं। हालांकि इस बार बेमौसम बारिश से कई जगहों पर फसल भीग गई है। यही वजह है कि कई किसान गीला लहसुन भी बाजार में ला रहे हैं। लहसुन गीला या छोटा है तो किसानों को बाजार में भाव कम मिल रहा है। हालत यह है कि व्यापारी इस भीगे हुए लहसुन को खरीदने में भी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। और कई व्यापारियों ने लहसुन खरीद तो लिया है लेकिन अब वे उसे सूखा रहे है।
गीली लहसुन के मिल रहे है कम भाव
लहसुन के भाव वर्तमान समय में कई मंडियों में अच्छी क्वालिटी के लहसुन के 5000 रुपये प्रति क्विंटल की दर मिल रहे है। वही गीली लहसुन और छोटे आकार की लहसुन 1000 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रही है। मध्यप्रदेश की मंदसौर मंडी की बात करे तो ऊटी लहसुन के दाम 3000 से 8000 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहे हैं।