नई दिल्ली. भारी बारिश के कारण देश के पूर्वी हिस्से में भारी तबाही मची है। शनिवार शाम मणिपुर-म्यांमार बॉर्डर पर चंदेल जिले के चौउमोल गांव में हुए लैंडस्लाइड में 21 लोगों की मौत हो गई। लैंडस्लाइड में गांव के अधिकांश मकान धंस गए, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, बारिश के कारण उत्तराखंड में गंगोत्री जाने के रास्ते में भी कई जगह लैंडस्लाइड की खबर है। इस कारण आवाजाही बंद कर दी गई है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में उठे 'कोमेन' तूफान के कारण पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड सहित पूर्वी राज्यों में जमकर भारी बारिश हो रही है। बंगाल में 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश से 12 जिलों में बाढ़ का खतरा है। कुल 18 लाख लोग बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं। प्रभावित जिलों के डीएम के साथ शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इमरजेंसी मीटिंग की। बता दें कि जून में मानसून के आने पर भी इन जिलों में बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए थे।
केंद्र ने दिया मणिपुर को मदद का भरोसा
भारी बारिश के बाद अचनाक आई बाढ़ के कारण प्रभावित मणिपुर को केंद्र सरकार ने मदद का भरोसा दिया है। होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने लैंडस्लाइड की घटना के बाद मणिपुर के चीफ मिनिस्टर से फोन पर बात की। ट्वीट पर इस बात की जानकारी देते हुए राजनाथ ने कहा, ''मणिपुर के सीएम से बात हुई है। केंद्र वहां के हालात पर नजर रखे हुए है और सभी प्रकार की मदद की जाएगी।'' लैंडस्लाइड की घटना के बाद केंद्र ने पहले ही एनडीआरएफ की टीम को वहां भेज दिया है। बता दें कि भारी बारिश के कारण मणिपुर में भूस्खलन से हजारों प्रभावित हैं। मलबे में फंसे लोगों को निकाले जाने का काम जारी है। राज्य में दर्जनों पुल बाढ़ के चलते बह गए हैं। इस बीच, कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी और वाइस-प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने भी मणिपुर के सीएम से बात कर बारिश और बाढ़ से नुकसान के बारे में जानकारी ली।
कोमेन की रफ्तार कम पर बारिश ज्यादा, मानसून भी तेजी से एक्टिव
बंगाल की खाड़ी में उठे ‘कोमेन’ तूफान की रफ्तार कम हो गई है लेकिन फिर भी पूर्वी राज्यों में खूब बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को भी बंगाल और ओडिशा में बारिश से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून पश्चिम बंगाल, झारखंड में तेजी से एक्टिव हो गया है। नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में सक्रिय है। लेकिन अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, मराठवाड़ा, विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कमजोर पड़ गया है।
बंगाल में बिगड़े हालात
बंगाल में मौसम विभाग ने साउथ बंगाल के जिलों में रविवार और सोमवार को भी बारिश की आशंका जताई है। विभाग के मुताबिक, साउथ बंगाल के जिले नॉर्थ 24 परगना, साउथ 24 परगना, बांकुड़ा, पश्चिम और पूर्वी मिदिनापुर, पुरुलिया, बर्द्धमान, कोलकाता और मुर्शिदाबाद में बारिश होगी। 124 मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। राज्य में 1.8 लाख घरों को नुकसान पहुंचा है। कोलकाता के अधिकांश हिस्से रविवार को भी पानी में ही हैं। सेंट्रल, साउथ और ईस्ट कोलकाता जैसे हिस्सों के कई इलाकों में पानी भर गया है। गरियाहाट में शनिवार की रात एक पुरानी बिल्डिंग गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बांकुड़ा में बाढ़ के कारण लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ रहा है। जिले में अब तक दस हजारा लोग सुरक्षित स्थानों पर जा चुके हैं।
ओडिशा में बाढ़, पांच लाख प्रभावित
ओडिशा में कई जिले पहले ही बाढ़ से जूझ रहे हैं। कोमेन तूफान के कारण पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है। पहले से ही करीब 350 गांव और पांच लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य की स्वर्णरेखा और वैतरणी नदियां पूरे उफान पर हैं। बालासोर, भद्रक, जैजपुर और अंगुल जिले में राहत और बचाव के लिए टीमें भेजी गई हैं। बालासोर में तीन लोगों के मरने की खबर है।
राजस्थान में 128 गांवों में पानी राजस्थान में रविवार को भी बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। जालोर में लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। भारी बारिश से अभी भी 128 गांवों में पानी भरा हुआ है। कई जगह गांवों का आपस में संपर्क कटा हुआ है। बारिश के कारण समदड़ी-भीलड़ी रेल ट्रैक के नीचे से मिट्टी बह गई है। शनिवार को भी इन्हें ठीक नहीं किए जाने से ट्रेनें बंद रहीं। यहां सांचौर और भीनमाल में राहत कार्यों के लिए प्रशासन के स्तर पर 25 टीमें बनाई गई हैं।