इकोनॉमिक सर्वे का कहना है कि 2019-20 में पिछले छह साल में 198.4 मिलियन टन के दौरान भारत का दूध उत्पादन 35.61% बढ़ रहा है।
सर्वेक्षण में कहा गया है, 2014-15 में देश में दुग्ध उत्पादन 146.3 मिलियन टन से बढ़कर 198.4 मिलियन टन हो गया है। 2018-19 की तुलना में सरकारी आंकड़ों के अनुसार इसमें 5.70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसने यह भी कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) द्वारा संचालित दूध की मांग पर एक अध्ययन के अनुसार, अखिल भारतीय स्तर पर 2030 की अनुमानित मांग दूध और दूध उत्पादों के लिए 266.5 मिलियन मीट्रिक टन है।
कुल खपत में ग्रामीण क्षेत्र की हिस्सेदारी 57 प्रतिशत है। शहरी क्षेत्रों (592 मिली) में प्रति व्यक्ति खपत 2030 अनुमानों में भी ग्रामीण क्षेत्रों (404 मिली) से अधिक है।
सरकार ने पशुधन की उत्पादकता बढ़ाने के लिए कई उपाय शुरू किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप दूध का उत्पादन काफी बढ़ गया है। भारत दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
2014-15 के दौरान दुग्ध उत्पादन की वार्षिक वृद्धि दर 6.27 प्रतिशत थी, उसके बाद लगातार वृद्धि हुई। पिछले वर्ष की तुलना में 2019-20 में दूध उत्पादन में 5.68 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 2019-20 में दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 407 ग्राम प्रतिदिन थी।
उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, आंध्रप्रदेश और पंजाब प्रमुख दूध उत्पादक राज्य बने रहे।