व्यावसायिक खेती के अवसर एवं लाभ (Commercial Farming Opportunities and Benefits)
सुन्दर फूलों के लिए इनके पौधों को उगाना फूलों की खेती अथवा पुष्पोत्पादन कहलाता है। सामाजिक और धार्मिक मूल्यों के प्रति मानवीय अभिरुचि में परिवर्तन के कारण दिन-ब-दिन फूलों की मांग बढ़ रही है। फूलों का अब भारत में लगभग सभी समारोहों में इस्तेमाल होने लगा है, जिसकी वजह से इनकी घरेलू मांग में वृदि हो रही है। कट-फ्लॉवर की अंतर्राष्ट्रीय मांग, विशेष तौर पर क्रिसमस और वेलेंटाइन डे के दौरान बहुत अधिक बढ़ जाती है। गुलाब, गेरबेरा, कार्नेशन, क्रिजेन्थेयॅम, आर्किड्स ग्लैडियोलस तथा कुमुदिनी आदि की अधिक मांग है। फूल उद्योग में वार्षिक वृदि क्षमता करीब 25-30% है। इस तीव्र वृदि का आधार इसकी निर्यात क्षमता है। इसका बाजार बहुत व्यापक है तथा भारतीय कट-फ्रलावर के निर्यात की क्षमता की कोई सीमा नहीं है। एक सामान्य उष्णकटिबंधी देश होने के कारण, भारत सजावटी पौधें का खजाना है। भोजन को सुवास बनाने, रंगने या संरक्षित करने के उद्देश्य से उसमें मिलाए जाने वाले सूखे बीज, फल, जड़, छाल, या सब्जियों को मसाला कहते हैं। इनका उपयोग फ्लेवर देने या अलंकृत करने के लिए किया जाता है। बहुत से मसालों में सूक्ष्मजीवाणुओं को नष्ट करने की क्षमता पाई जाती है।
स्वरोजगार के अवसर (Self Employment Opportunities)
इस क्षेत्र में स्वरोजगार की अच्छी संभावनाएं हैं। सीमित संसाधनों के साथ लघु फूल उत्पादन उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं जो कि एक लाभकारी रोजगार हो सकता है। इस उद्योग में बहुत अच्छी रोजगारपरक और विदेशी मुद्रा अर्जित करने की क्षमता है। फलफूल रहा है नर्सरी का व्यवसाय - फूल पौधे हैं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक, आदमनी बढ़ाने में भी है कारगर है। नर्सरी का व्यवसाय तेजी से फल फूल रहा है। युवाओं को नर्सरी का व्यवसाय खूब भा रहा है। यही कारण है कि बड़े पैमाने पर युवा नर्सरी प्रबंधन को रोजगार के नए अवसर के रूप में अपना सकते हैं। कम पूंजी निवेश होने के कारण नर्सरी का व्यवसाय युवाओं को आकर्षित कर रहा है। नर्सरी प्रबंधन एक ऐसी व्यवस्था है, जो पर्यावरण के प्रति लोगों की मानसिकता भी बदल रही है शुरुआती दौर में हम लोगों ने एक छोटे से जमीन में नर्सरी लगाकर पौधे को बाजार में ले जाकर बेचना शुरू कर के किसान आमदनी बढ़ा सकते हैं । कुल मिलाकर नर्सरी प्रबंधन रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं। इसमें लीली, पेंसी, डाहलिया, गेंदा फूल, गुलाब, गुलदाउदी, बेली, चमेली, हरसंगार ,नाइट जैस्मीन, जूही, रात रानी, मोगरा, जूही, तुलसी का पौधा दुर्लभ पौधे इनडोर आउटडोर शो प्लांट को लेकर लगाते हैं।