सरकार ने गुरुवार को कहा कि 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक 1,000 मंडियों को इलेक्ट्रॉनिक नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (ई-एनएएम) के साथ एकीकृत किया गया है, इस पर 1.69 करोड़ किसान पंजीकृत हैं, और अगले वित्तीय वर्ष तक अतिरिक्त 1,000 मंडियां इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ जाएंगी।
ई-एनएएम प्लेटफॉर्म पर भी 1.55 लाख व्यापारियों ने पंजीकरण कराया है, जहां थोक वस्तुओं का 4.13 करोड़ टन और 3.68 करोड़ नारियल और 1.22 लाख करोड़ रुपये के बांस का व्यापार रिकॉर्ड किया गया है।
इस मंच पर किसानों को प्रत्यक्ष भुगतान भी सक्षम किया गया है। कृषि मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 1,000 मंडियों में ई-एनएएम की सफलता को देखते हुए, यह अब विस्तार की राह पर है।
बजट 2021 में सरकार ने घोषणा की है कि थोक बाजारों को और मजबूत करने के लिए 2021-22 में 1,000 और मंडियों को ई-एनएएम के साथ एकीकृत किया जाएगा।
मंत्रालय के अनुसार, ई-एनएएम केवल एक योजना नहीं है, बल्कि यह एक यात्रा है जिसका उद्देश्य अंतिम-मील किसान को लाभ पहुंचाना है और उनके कृषि उत्पाद बेचने के तरीके को बदलना है।
यह हस्तक्षेप किसानों को उनकी आय बढ़ाने में अत्यधिक लाभ लाता है, जिससे उन्हें अतिरिक्त लागतों के बिना पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी कीमतों का पारदर्शी तरीके से एहसास हो सके।