सोयाबीन बुवाई में जो लागत लगी वो भी नहीं निकल रही

सोयाबीन बुवाई में जो लागत लगी वो भी नहीं निकल रही
News Banner Image

Kisaan Helpline

Agriculture Oct 01, 2015

बारिश की अनियमितता ने सोयाबीन की फसल बर्बाद कर दी है। पहले अंदाजा लगाया जा रहा था कि 20 प्रतिशत फसल खराब हुई है लेकिन अब जब फसल कटाई की गई तो 70 प्रतिशत किसानों की फसलें नष्ट हुई हैं। खुद कृषि विभाग स्वीकार कर चुका है कि जिले में 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन हुआ है। इधर किसानों के अनुसार प्रति हेक्टेयर न्यूनतम 1.5 क्विंटल और अधिकतम 7.5 क्विंटल का उत्पादन हुआ है। स्थिति यह है कि फसल बुवाई में जो खर्च किया था, सोयाबीन बेचकर वो खर्च भी नहीं निकल रहा है।

जिले में 4 लाख 50 हजार क्षेत्र में सोयाबीन की बुवाई की गई है। कृषि विभाग का इस सीजन में 16 क्विंटल प्रति हैक्टेयर उत्पादन का लक्ष्य था। लेकिन बारिश और मौसम की अनियमितता ने सोयाबीन की फसल को नष्ट कर दिया है। किसानों के अनुसार 1 हैक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बुवाई करने में 30 से 35 हजार रुपए का खर्च आता है लेकिन किसी की जमीन पर सोयाबीन का उत्पादन 1.5 क्विंटल हुआ, किसी का 2.5 क्विंटल तो किसी का 6 से 8 क्विंटल ही उत्पादन हुआ। एक हैक्टेयर में यदि अधिकतम 8 क्विंटल भी सोयाबीन का उत्पादन हुआ तो भी किसानों की लागत नहीं निकल रही है। मंडी में बुधवार को ऊंचे में सोयाबीन 3796 रुपए के भाव बिकी जबकि एक हैक्टेयर में सोयाबीन बुवाई से लेकर कटाई तक का खर्च 30 से 35 हजार रुपए है

Agriculture Magazines

Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.

© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline