रबी सीजन की शुरुआत होते ही जिले में खाद की मांग बढ़ने लगी

रबी सीजन की शुरुआत होते ही जिले में खाद की मांग बढ़ने लगी
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Kisaan Helpline

Agriculture Oct 24, 2018

 

शाजापुर। किसानो के बीच रबी सीजन की शुरुआत होते ही जिले में खाद की मांग बढ़ने लगी है। और इस बार पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा पानी होने से ज्यादा रकबे में बुआई होना है। इसके चलते जिले में खाद की मांग व आपूर्ति बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। विपणन संघ द्वारा किसानों की मांग को देखते हुए उर्वरक मंगवाया जा रहा है। रेलवे स्टेशन पर गुजरात से 3800 मीट्रिक टन की एक रेल लगी। जिसे सोसायटियों में पहुंचा गया।

 

किसान सोयाबीन फसल से निपटने के बाद फसल विक्रय करने पहुंचने लगे है, तो दूसरी ओर कुछ किसान रबी फसलों की बुआई के काम में भी जुट गए हैं। इसके चलते धीरे-धीरे उर्वरकों की मांग भी बढ़ गई है। जिले में करीब दो लाख हेक्टेयर में गेहू व चना सहित अन्य रबी फसलों की बुआई होना है। पिछले साल तो एक बार भी किसानों को पानी नहीं मिल पाया था। लेकिन इस बार जिले के दो बड़े चीलर डेम व लखुंदर डेम से एक-एक बार पानी दिए जाने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय गत दिनों ही लिया गया है, क्योंकि दोनों डेम अपनी क्षमता से कम ही भरा पाए हैं। ऐसे में इनका पानी कितना सुरक्षित रखा जाए व कि तना छोड़ा जाएगा इसे लेकर असंमजस की स्थिति बन रही थी। ऐसे में रबी का रकबा बढना तय हो गया है। नहरों की साफ-सफाई का काम भी चल रहा है। ऐसे में नवंबर माह से डेम से पानी छोड़ा जाना है। इसके चलते उर्वरक की उपलब्धता ज्यादा कराना होगी।

 

जानकारी अनुसार जिले के रेलवे स्टेशन पर उर्वरक की एक रेल लगी है। रेल से 3800 मीट्रिक टन की यूरिया जिले को मिला है। इस उर्वरक को ट्रकों में लोड करके जिले की विभिन्न सोसायटियों में भेजा गया। इस रेल से 12ः32ः16 खाद आई है। वहीं गत सप्ताह ही 4 हजार मीट्रिक टन उर्वरक की एक अन्य रेल भी आ चुकी है। जिसे भी शाजापुर व आगर जिले में भेजा गया है। इधर जिले के आए उर्वरक के भंडारण से लेकर सोसायटियों एवं किसानों द्वारा किए गए उठाव को लेकर भी उच्च अधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है। क्योंकि कुछ साल पहले तक की स्थिति में उर्वरक की कम उपलब्धता होने की स्थिति में किसान सड़कों तक उतर आए थे। सोसायटियों से खाद लेने के लिए किसानों की कतारें तक लग गई थी। इसके बाद से किसानों के लिए समय से पहले ही एडवांस स्टॉक करके रखा जाने लगा है। इस साल भी काफी मात्रा में खाद मंगवाया गया है। देखना यह है कि आने वाले दिनों में बुआई का रकबा बढ़ने के साथ ही किसानों को उर्वरक आसानी से उपलब्ध हो पाता है या नहीं।

 

रबी फसलों के लिए उर्वरकों की मांग को देखते हुए किसानों को लगातार उपलब्ध कराया जा रहा है। विगत दिनों ही दो रेल खाद आ चुकी है। वहीं आने वाले दिनों में ओर भी रेल लगना है।

 

- रोहित कुमार श्रीवास्तव, जिला विपणन अधिकारी

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