पौधों पर मोजेक रोग का नियंत्रण

पौधों पर मोजेक रोग का नियंत्रण
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Kisaan Helpline

Agriculture Sep 02, 2015

मध्यप्रदेश मे सोयाबीन की फसल इस समय दो प्रमुख समस्यायों से ग्रसित है जिसमे पहली मौजेक रोग से तथा दूसरी इल्लीयो का प्रकोप से

बादल छाने और धूप नहीं निकलने से फसलों पर मौजेक रोग इल्लियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। मोजेक रोग इसके नियंत्रण के लिये शुरुआती अवस्था मे पीले पौधों को खेत से उखाड़कर नष्ट किया जा सकता है। फसलों मे मौजेक रोग के लक्षण दिखाई देने पर नियंत्रण के लिए 100 ग्राम एसिटामाप्रीड 20 एस.पी. प्रति एकड़ या 40 ग्राम थायामेथाक्सम 25 डब्लू.जी. प्रति एकड़ या 100 मिली इमीडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल प्रति एकड़ 150 लीटर पानी मे घोलकर छिड़काव करें ताकि पीला मोजेक का संक्रमण स्वस्थ पौधों में हो।

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