malwa agrani krishak producer company limited
शाजापुर. खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिए जिले के किसानों ने अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए बिचौलियों का काम ही खत्म करने का निर्णय ले लिया है। जिले के 800 किसानों ने मिलकर खुद की कंपनी बनाई और अब कंपनी के माध्यम से घर-घर जाकर वे किसानों से संपर्क करेंगे और संतरे, आलू, प्याज सहित अन्य उपज खरीदेंगे। खरीदी गई उपज कंपनी सीधे दिल्ली, कानपुर सहित विदेशों तक पहुंचाएगी। वहां जिस कीमत में अनाज बिकेगा, उसी के मान से किसानों को उपज के दाम चुकाएगी। इससे बिचौलियों का पूरा काम ही खत्म हो जाएगा और किसानों को अब तक मिलने वाले उपज के दाम सीधे दोगुना से ज्यादा मिलने लगेंगे।
शाजापुर के किसानों ने मालवा अग्रणी कृषक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के नाम से अगस्त में ही पंजीकृत करा ली है। अब रबी सीजन में संतरे, आलू, प्याज की फसल आते ही इसकी खरीदी शुरू कर देंगे। खरीदे गए अनाज को दिल्ली, कानपुर तक पहुंचाने के लिए कंपनी के पदाधिकारियों ने पहले ही वहां के व्यापारियों से संपर्क कर लिया है। किसानों से संपर्क कर अनाज आदि की खरीदी के लिए कंपनी अलग से अपने कर्मचारी भी नियुक्त करेगी।
प्रदेशभर में लागू होगा फार्मूला
शाजापुर के किसानों की तर्ज पर किसानों की कंपनी बनाने का फार्मूला अब पूरे प्रदेशभर में लागू होगा। प्रदेश के सभी जिलों में किसानों को जोड़कर उनके नाम से कंपनी रजिस्टर्ड करा दी जाएगी। इसके लिए 26 नवंबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शाजापुर में घोषणा भी कर दी है।
ऐसे काम करेगी कंपनी
कंपनी किसानों का अनाज लेकर अपने स्तर से दिल्ली, कानपुर व अन्य बड़े शहरों में ले जाएगी। यहां जिस कीमत में अनाज बिकेगा। उसमें से 1 प्रतिशत कमीशन कंपनी के कर्मचारी, भाड़ा और 2 प्रतिशत बचत काटकर किसानों को उपज की कीमत चुका देगी। बाकायदा किसानों को उपज की यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में पहुंचा दी जाएगी। कमीशन और कंपनी की बचत आदि के मामले में कंपनी किसानों से अनुबंध करेगी। 7 दिन में उपज के दाम भी मिल जाएंगे।
> किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पिछले एक साल से मेहनत कर रहे हैं। अब इस साल से इसके परिणाम सामने आना शुरू होंगे। इस पहल के बाद किसानों को काफी फायदा होगा। - जे.एस. पंद्रे, उद्यानिकी अधीक्षक शाजापुर