Kisaan Helpline
खाद-बीज और कीटनाशक विक्रेता को चिंता की जरूरत नहीं है। अब उन्हें कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार डिप्लोमा दिलाएगी। इससे खाद-बीज विक्रेताओं को फायदा होगा और डिप्लोमा के अभाव में उनकी दुकानें बंद नहीं होंगी।
केंद्र सरकार ने खाद, बीज विक्रेताओं के लिए कृषि स्नातक डिग्री या डिप्लोमा अनिवार्य कर दिया है। दुकान के लिए अब उन्हें ही लाइसेंस मिलेगा जिनके पास कृषि स्नातक, जैव, रसायन, प्राणी, प्रौद्योगिकी, जीवन विज्ञान या वनस्पति विज्ञान डिग्री या डिप्लोमा होगा। दुकान संचालक अपने यहां डिप्लोमाधारी कर्मचारी ही रख सकेंगे। पुराने दुकान संचालकों को डिप्लोमा हासिल करने के लिए सरकार ने दो साल का वक्त दिया है। नहीं तो उनका लाइसेंस निरस्त हो जाएगा। लेकिन केंद्रीय कृषि एवं सहकारिता विभाग के इस फैसले से कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है और उन्हें डिप्लोमा हासिल करने में सुविधा होगी।
हड़ताल भी कर चुके हैं खाद बीज विक्रेता-केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ फरवरी में खाद बीज विक्रेता हड़ताल भी कर चुके हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ दुकानें बंद रखकर विरोध जताते हुए आगे हड़ताल करने की चेतावनी दी थी।
व्यवसायियों के पास अच्छा मौका-कृषि उपसंचालक के. एस. खपेड़िया ने बताया कीटनाशक एवं उर्वरक व्यवसाय के लाइसेंस के लिए डिप्लोमा कोर्स आवश्यक कर दिया गया है। इसके बगैर लाइसेंस नहीं मिलेगा। जिनके पास पूर्व से लाइसेंस उनके लिए भी यह जरूरी है। इससे ऐसे व्यवसायी जिनके पास डिप्लोमा नहीं है उनके पास अच्छा मौका है। वे शामिल हों।
ये होगा फायदा
खाद-बीज, कीटनाशक दुकानदारों को डिप्लोमा आसानी से मिल सकेगा। लाइसेंस के अभाव में कारोबार बंद नहीं होगा। पूर्व लाइसेंसधारी को डिप्लोमा पर अनुदान मिलेगा। इससे आधी राशि ही खर्च होगी।
48 सप्ताह का प्रशिक्षण
कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय भारत ने मैनेज माध्यम से कृषि आदान विक्रेताओं हेतु एक वर्षीय डिप्लोमा शुरू किया है। यह 48 सप्ताह का रहेगा। संचालक सप्ताहिक अवकाश के दिन प्रशिक्षण में शामिल हो सकेंगे। 20 हजार रुपए फीस है। पूर्व में लाइसेंस प्राप्त डीलर्स को 10 हजार रुपए का अनुदान भारत शासन की ओर से दिया जाएगा और 10 हजार रुपए डीलर को जमा कराना होंगे और वो भी दो किस्तों में। डीलर महलवाड़ा स्थित कृषि विभाग में संपर्क कर सकते हैं।
Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.
© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline