Kisaan Helpline
शामगढ़, अगस्त 02 (किसान हेल्प लाइन)
देश में जुलाई के आखरी सप्ताह में मॉनसून की सक्रियता बढ़ने का असर खरीफ बुवाई के रकबे पर भी दिखाई दे रहा है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार 31 जुलाई तक खरीफ फसलों की बुआई 8.6 फीसदी बढ़कर 764.2 लाख हेक्टेयर में हुई है, पिछले वर्ष इस समय तक 703.4 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी। देश में 1 जून से 31 जुलाई तक सामान्य के मुकाबले 5 फीसदी कम बारिश हुई है। जिसके कारण 24 जुलाई तक पिछले साल के मुकाबले खरीफ फसलों की बुआई में बढ़त का अंतर 26 फीसदी से घटकर अब 9 फीसदी रह गया है।
बुवाई में तेजी मुख्य रूप से दलहन, मोटे अनाज और तिलहन की फसल में दर्ज की गयी है। दलहन की बुआई 21 फीसदी बढ़कर 84.4 लाख हेक्टेयर में हुई है। दालों में मूंग का रकबा 32 फीसदी व ऊरद की बुवाई 29.5 फीसदी तक बढ़ी है। जबकि अरहर की बुवाई पिछड़ गयी है क्योंकि महाराष्ट्र, कर्नाटक मेंजुलाई में अच्छी बारिश नहीं हुई। वहीं तिलहन की बुआई 148.5 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी अधिक है। जबकि धान की रोपाई 10 फीसदी बढ़कर 227.8 लाख हेक्टेयर रही।
फसलवार बुवाई आंकड़े लाख हेक्टेयर व बदलाव (%) में
फसल |
बुआई 2015-16 |
बुआई 2014-15 |
बदलाव (%) |
दलहन |
82.44 |
68.15 |
20.96 |
तिलहन |
148.52 |
135.60 |
9.9 |
धान |
227.81 |
214.82 |
9.95 |
मोटे अनाज |
148.49 |
125.50 |
18.31 |
गन्ना |
47.33 |
46.42 |
2 |
जूट /मेस्ता |
7.78 |
8.11 |
|
कपास |
101.91 |
105 |
-3 |
कुल बुआई |
764.28 |
703.43 |
8.60 |
गौरतलब है कि दलहन, तिलहन की बुवाई में तेजी केंद्र सरकार द्वारा इनके समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करने और इन फसलों की खरीद सुनिश्चित करने के कारण आई है।
हालांकि मौसम विभाग (आईएमडी) ने जुलाई-अगस्त में सामान्य से कम बारिश कि आशंका जताई थी। देश में जून-सितम्बर में होने वाली कुल मॉनसून की बारिश में 33 फीसदी बारिश जुलाई में होती है।
समाप्त।
Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.
© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline