Saffron Farming: यदि इंसान कुछ ठान ले तो 'जहां चाह वहां राह' वाली बात भी जमीन पर उत्तर आती है। आज हम ऐसे ही दो सफल युवा किसान की कहानी (Success Story) बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने हौसले के बल पर कामयाबी की बुलंदियों को छुआ है। हरियाणा के दो किसान भाइयों का जज्बा बेमिसाल है। इन्होंने अलग हटके ऐसा कर दिखाया है, जो इस बात को चरितार्थ करता है कि यदि इंसान कुछ ठान ले तो 'जहां चाह वहां राह' वाली बात भी जमीन पर उत्तर आती है। किसान प्रवीण सिंधु और नवीन सिंधु ने अपने घर के एक दस गज के कमरे में केसर की खेती ही उगा डाली। यह एक ईरानी तकनीक है। इन्होंने पहले इसे सीखा और अब इसे साकार भी कर दिखाया। इस बेमिसाल खेती की एयरोपोनिक पद्धति (Aeroponic Technology) से खेती करके दोनों भाइयों ने लाखों रुपये का मुनाफा कमाया है। खुद की कामयाबी के बाद हिसार के ये दोनों भाई दूसरे किसानों के लिए, भी न केवल मददगार साबित हो रहे हैं, बल्कि उन्हें प्रोत्साहित भी कर रहे हैं।
Unique Idea: सिंधु बंधू का दावा है कि अगर कोई किसान इस पद्धति को बारिकी से समझकर खेती करें तो वह महज दस गज के कमरे से ही आठ से नौ लाख रुपये प्रति वर्ष कमा सकता है। बता दें कि केसर की खेती (Kesar Ki Kheti) प्राय: जम्मू कश्मीर के बर्फीले इलाके में होती है। दरअसल, एयरोपोनिक पद्धति से ईरान में केसर की खेती घरों में ही की जाती है। दोनों भाइयों ने इंटरनेट से सभी जानकारियां जुटाकर हिसार आजाद नगर में केसर की खेती की। इस दौरान उन्होंने शीशे के रैक में तकनीक के अनुरूप बेस बनाकर केसर के बीज बोए, जो पौध बनी। इन पौध को तकनीक के अनुसार फिर रोपा गया। ध्यान रहे केसर की खेती में पौध को ज्यादा धूप से बचाना बहुत जरूरी है और ठंडक भी जरूरी है। लिहाजा 10 गज के कमरे में ऐसी भी लगाने पड़े। क्योंकि अच्छे उत्पादन के लिए दिन का तापमान 17 डिग्री और रात का तापमान 10 डिग्री होना चाहिए।

इस दौरान उन्होंने शीशे के रैक में ऊपर नीचे केसर के बीज लगाए। केसर का बीज 800 से 1000 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मंगवाया गया। केसर की खेती में केसर के पौधे को ज्यादा धूप से बचाना बहुत जरूरी है और ठंडक भी बहुत जरूरी है। ऐसे में 10 गज के कमरे में एसी भी लगाए गए। प्रवीण सिंधु व नवीन सिंधु ने बताया कि एक बार किसान गोल्ड फसल लगाकर केसर की फसल लगातार 5 साल तक ले सकता है, क्योंकि इस काम में ज्यादा लेबर की जरूरत नहीं पड़ती।
केसर की खेती के लिए जरुरी बातें (Important Things For Saffron Cultivation)
- किसानों के मुताबिक, केसर की एयरोपोनिक पद्धति से खेती करने के लिए निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
- सबसे पहले पौधे को ज्यादा धूप में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि पौधों को जरुरी ठंडक भी देनी होती है।
- ठंडक के लिए 10 गज के कमरे में एसी की व्यवस्था करें।
- केसर की खेती के लिए दिन का तापमान 17 डिग्री और रात का तापमान 10 डिग्री होना चाहिए।
- इसके साथ ही 80 से 90 डिग्री हिम्यूडिटी होनी चाहिए।
कई बीमारियों में लाभदायक है केसर (Important Things For Saffron Cultivation)
आज के दौर में केसर हाइपरटेशन, खांसी, मिर्गी दौरे, कैंसर, यौन क्षमता को बढ़ाने, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों की आंखों की रोशनी के लिए और ह्रदय रोग के लिए लाभदायक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि किसानों की आय दो गुणा हो। ऐसे में किसान इस प्रकार की खेती करके अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। आज के दिन केसर की कीमत मार्केट में साढ़े तीन लाख रुपये प्रति किलो तक है। प्रवीण ने बताया कि पिछले साल भी खेती की थी, जिसमें सात से आठ लाख रुपये का मुनाफा हुआ था।