Agriculture Advisory:- बदलते मौसम और जलवायु को देखते हुए पूसा कृषि वैज्ञानिक ने किसान भाई को सलाह दी है किसान भाई थ्रिप्स कीट रोग प्याज की फसल में न लगे उसका ध्यान रखे अपने फसल की निगरानी रखे। साथ ही किसान भाई पर्पल ब्लॉच रोग से भी फसल का रखे ध्यान। वैज्ञानिक के अनुसार इस समय प्याज की फसल में थ्रिप्स रोग लगने लगता है जो प्याज की उत्पादन में कमी करता है। इस रोग से प्याज की पत्तियां सिकुड़ने लगती है जिससे प्याज का विकास नहीं होता और प्याज की साइज छोटी ही रह जाती है जिसका असर प्याज के उत्पादन में कमी हो जाती है।
जिस किसान भाई ने प्याज की खेती की है वह किसान थ्रिप्स कीट से अपने प्याज में न लगे किसका ध्यान रखे यदि थ्रिप्स किट का असर प्याज पर हो गया है तो किसान भाई उसके निवारण के लिए इन कीटनाशक का करे उपाय -
थ्रिप्स कीट से बचाव और निवारण -
थ्रिप्स कीट की रोकथाम के लिए नीम तेल का उपयोग करें। रासायनिक कीटनाशक के रूप में थाइमेथोक्सोम या इमिडाक्लोप्रिड 10 मिली/पंप का प्रयोग करें।
पर्पल ब्लॉच रोग के लक्षण अधिक पाये जाने पर आवश्यकतानुसार डाईथेन एम-45 @ 2 ग्रा. प्रति लीटर पानी की दर से किसी चिपचिपा पदार्थ (स्टीकाल, टीपाल आदि) के साथ मिलाकर छिड़काव करें।
साथ ही वैज्ञानिक ने जारी एडवाइजरी में कहा है की किसान भाई मुंग की बुवाई भी इस समय कर सकते है। यह समय मुंग की बुवाई का उन्नत समय है किसान भाई मूंग की अच्छी किस्म का चयन करके बुवाई कर सकता है।
मुंग की उन्नत किस्म
पूसा विशाल
पूसा रत्ना
पूसा- 5931
पूसा बैसाखी
पी.डी एम-11
एस एम एल- 32
एस एम एल- 668
कृषि वैज्ञानिक के अनुसार किसान इस समय सब्जियों की बुवाई भी कर सकता है जैसे लोकि, टमाटर, खीरा, भिंडी, तुरई, मूली और बेंगन आदि कई सब्जियों को इस समय किसान बुवाई कर सकता है। बुवाई के लिए किसान बाजार से इनकी उन्नत किस्म का चयन करके इनकी बुवाई करे और अच्छी नमी वाली भूमि में बुवाई करे रोग प्रतिरोग से बचाव करे।