Wheat Cultivation : रबी के मौसम में गेहूं की फसल सबसे अच्छी मानी जाती है, इसलिए देश के ज्यादातर किसान खरीफ की फसल की कटाई के बाद इसकी खेती शुरू करते हैं, रबी फसलों की बुवाई के लिए खेत में फसलों की बुवाई तैयारी शुरू कर दी है, जिसके तहत अधिकांश किसान इस मौसम में मुख्य फसल के रूप में गेहूं की खेती करते हैं। लेकिन अगर आप भी रबी सीजन में गेहूं की खेती करने जा रहे हैं तो गेहूं की अच्छी पैदावार पाने के लिए उन्नत गेहूं के बीजों की जानकारी होना बहुत जरूरी है।
गेहूं की किस्म करण श्रिया (DBW 252)
करण श्रिया यानि DBW-252 किस्म (DBW-252) को खेती के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन सिर्फ एक सिंचाई में भी यह किस्म 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज देती है। करण श्रिया किस्म की बुवाई करने से मात्र 127 दिनों में बंपर उत्पादन हो सकता है। गेहूं की यह किस्म भी नवीनतम किस्मों में से एक है, जो जून 2021 में आई थी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान (ICAR-IIWBR) के वैज्ञानिकों के अनुसार, करण श्रिया गेहूं अब तक की सबसे नवीनतम किस्म है, जिसकी बुवाई करके उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में बेहतर उत्पादन ले सकते हैं।
गेहूं की किस्म DBW 252 (करण श्रिया) की विशेषताएं
- DBW 252 गेहूं की किस्म की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि इस किस्म की फसल में ब्लास्ट रोग, लीफ रस्ट और करनाल बंट आदि रोंगो की संभावना बेहद कम पाई जाती है।
- किसान इस किस्म की बुवाई 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक के बीच में कर सकते हैं।
- अगर हम DBW 252 किस्म के गेहूं उत्पादन की बात करें, तो किसान इससे अच्छी तरीके से बुवाई करने के बाद 1 हेक्टेयर खेत से लगभग औसत उपज 36.7 क्विंटल/हेक्टेयर है और संभावित उपज 55.6 क्विंटल/हेक्टर है।
- यह पैदावार किसान को सिर्फ एक ही बार की सिंचाई में प्राप्त होगी।
- वहीं इसके 100 दानों का भार 44 से 46 ग्राम तक होता है।
- पौधे की ऊंचाई 98 सेमी (82-112 सेमी) तक होती है।