भारत के केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री, नरेंद्र सिंह तोमर और फिजी के कृषि, जलमार्ग और पर्यावरण मंत्री, डॉ महेंद्र रेड्डी ने भारत और फिजी के बीच कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन के अवसर पर तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रारंभ से ही कृषि और गांवों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है । इस दिशा में देश में 1 लाख करोड़ रुपये के कृषि अवसंरचना कोष की स्थापना और 10 हजार कृषि उत्पादक संगठन (एफपीओ) का निर्माण जैसे कई ठोस कदम उठाए गए हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत और फिजी के बीच सौहार्दपूर्ण व मैत्रीपूर्ण संबंध परस्पर सम्मान, सहयोग और मजबूत सांस्कृतिक व लोगों के बीच संबंधों पर आधारित हैं।
सरकारी बयान के अनुसार,समझौता ज्ञापन डेयरी उद्योग विकास, चावल उद्योग विकास, जल संसाधन प्रबंधन, नारियल उद्योग विकास, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विकास, कृषि यंत्रीकरण, बागवानी उद्योग विकास, कृषि अनुसंधान, पशुपालन, कीट एवं रोग, जुताई, मूल्य संवर्धन एवं विपणन, कटाई से जुड़े कार्यो और कृषि विज्ञान के क्षेत्रों में सहयोग उपलब्ध कराता है।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और कृषि मंत्रालय, फिजी गणराज्य की सरकार संबंधित पक्षों की कार्यकारी एजेंसियां होंगी।
समझौता ज्ञापन के तहत, प्रक्रियाओं को निर्धारित करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सहयोग के कार्यक्रमों की योजना बनाने और अनुशंसा करने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह की स्थापना की जाएगी। कार्यकारी समूह हर दो साल में एक बार वैकल्पिक रूप से भारत और फिजी में अपनी बैठकें आयोजित करेगा।
समझौता ज्ञापन इसके हस्ताक्षर की तारीख से पांच साल की अवधि के लिए वैध रहेगा और इसकी अवधि में किसी भी बदलाव को दोनों पक्षों द्वारा लिखित रूप में अनुमोदित किया जाएगा।