केंद्र सरकार किसानों को लोकसभा चुनाव और दिवाली से पहले बड़ा तोहफा दे सकती है। कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ा सकती है। इससे करोड़ों किसानों को फायदा होगा। सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को मंजूरी दे दी है। और 150 से 175 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ सकता है। खासकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसानों को इससे सबसे ज्यादा फायदा होगा। इन राज्यों में सबसे ज्यादा गेहूं की खेती की जाती है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) क्या है?
किसानों द्वारा उगाई गई फसल के लिए सरकार एक कीमत तय करती है और फसल पूरी होने के बाद जब किसान उस फसल को बाजार में बेचता है तो उस फसल के लिए सरकार द्वारा तय की गई कीमत किसान को दी जाती है। एक तरह से एमएसपी सरकार द्वारा किसानों को दिया जाने वाला एक आर्थिक आश्वासन है ताकि किसानों को फसल उगाने से पहले उसकी कीमत का अंदाजा हो सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार अगले साल के लिए गेहूं की एमएसपी 3 फीसदी से 10 फीसदी तक बढ़ा सकती है। अगर केंद्र सरकार ऐसा करती है तो गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है। हालाँकि, वर्तमान में गेहूं का एमएसपी 2125 रुपये प्रति क्विंटल है। इसके अलावा सरकार मसूर की एमएसपी में भी 10 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकती है।
जबकि सरसों और सूरजमुखी का MSP 5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी किया जा सकता है। आने वाले एक हफ्ते के अंदर सरकार की ओर से एमएसपी को मंजूरी दी जा सकती है। यह फैसला मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए लिया जाएगा। मालूम हो कि केंद्र सरकार कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिश पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय करती है।
23 फसलें शामिल की गईं
केंद्र सरकार कृषि लागत एवं मूल्य आयोग की सिफारिश पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करती है। एमएसपी में 23 फसलें शामिल हैं, जिनमें 7 अनाज, 5 दालें, 7 तिलहन और 4 नकदी फसलें शामिल हैं। रबी की फसल अक्टूबर से दिसम्बर के बीच बोई जाती है। वहीं इसकी कटाई फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने के बीच की जाती है।
एमएसपी में शामिल फसलें
- अनाज- गेहूं, धान, बाजरा, मक्का, ज्वार, रागी और जो
- दालें- चना, मूंग, मसूर, अरहर, उड़द,
- तिलहन- सरसों, सोयाबीन, तिल, कुसुम, मूंगफली, सूरजमुखी, निगर्सिड
- नकदी- गन्ना, कपास, खोपरा और कच्चा जूट