किसान सम्मान निधि को लेकर किसानो में काफी खुशी की लहर हैं, यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश के एक करोड़ ग्यारह लाख किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि योजना का पैसा पहुंच चूका है, जो पूरे भारत के सम्मान निधि के पात्र किसानो की औसत का 38 फीसद है।
गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र पर आयोजित चार दिवसीय किसान पाठशाला का शुभारंभ करते हुए उन्होंने इस बात कि पुष्टि की कि केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों के जीवन स्तर में सुधार के लिए और उनकी आमदनी में इज़ाफ़ा करने को लेकर अनेक योजनाएं चला रही है, जिसका फायदा अब किसानों को मिल रहा है।
इसके अलावा कृषि मंत्री ने ये जानकारी दी कि पूरे प्रदेश में किसानों को प्रशिक्षित करने का कार्य चल रहा है। इसमें किसानों को तकनीकी खेती, बीज एवं अधिक उत्पादन, सरकारी योजनाओं एवं उनसे लाभान्वित होने के बारे में विशेषज्ञ विस्तार से जानकारी दी जा रही है।
पशुपालन, मिश्रित एवं दलहन की खेती, कृषि यंत्रों की खरीदारी तथा सब्सिडी के बारे में विस्तार से बताया और किसानों को पंजीकरण कराने के लिए अनुरोध भी किया, जिससे किसानो को योजनाओं का लाभ दिया जा सके। कृषि मंत्री ने बताया कि गोरखपुर कमिश्नरी क्षेत्र में कुल दो लाख तिरासी हजार करोड़ रुपये का किसानों का ऋण मोचन भी किया गया है।
खेती से राष्ट्र को मिलेगी आर्थिक मजबूती
कुशीनगर में चल रही किसान पाठशाला में कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सामने एक लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का है।
गांव अभिनायकपुर में किसान पाठशाला के द्वितीय चरण के उद्घाटन कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के आने से, किसानों को खाद, बीज व कृषि उपकरण पर सौ फीसद अनुदान का भुगतान कर दिया गया है। बेहतर कृषि के लिए कुछ कृषि यंत्रों पर छूट का वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 36 लाख मीट्रिक टन उत्पादन बढ़ा है। अन्य प्रतिक्रियाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया की खेती के साथ पशुपालन से किसान को कंपोस्ट खाद मिलेगी। किसान क्रेडिट कार्ड के सरलीकरण के लिए ब्लाक स्तर पर बैंकर्स शिविर लगाया जाएगा। प्रदेश में 1.40 करोड़ किसान हैं जिसमें मात्र 45 लाख केसीसी एक्टिव हैं, जो चिंताजनक है। इस को लेकर जल्द ही कार्य को तेजी में लाया जायेगा।